निकोलस पूरन : वेस्टइंडीज क्रिकेट का उभरता सितारा।

निकोलस पूरन

त्रिनिनाद टोबैगो के गतिशील क्रिकेटर निकोलस पूरन अपनी विस्फोटक बल्लेबाजी क्षमता ओर शानदार क्षेत्ररक्षण कौशल से क्रिकेट जगत मे धूम मचा रहे है। 2 ऑक्टोबर 1995 को जन्मे पूरन वेस्टइंडीज क्रिकेट मे सबसे होनहार प्रतिभाओं मे से एक बनकर उभरे है । जिन्होंने मैदान पर अपने लुभावने प्रदर्शन से प्रशंसको कों मंत्र मुग्ध कर दिया है ।

प्रारंभिक जीवन ओर करियर की शुरुवात

निकोलस पूरन का क्रिकेटसे परिचय छोटे उम्र मे ही शुरू हो गया था , उन्होंने त्रिनिनाद के सड़कों पर अपना कौशल निखारा। उनकी प्रतिभा को जल्दी ही पहचान लिया गया। ओर उन्हे महज 16 साल की उम्र मे त्रिनिनाद ओर टोबैगो अंडर 19 टीम के लिए पदार्पण किया। उनकी विलक्षण प्रतिभा ने उनके चाहतों का ध्यान किछा ओर वह जल्द ही अंडर 19 स्तर पर वेस्ट इंडीज का प्रतिनिधित्व करने लगे।

निकोलस पूरन

आईपीएल ओर अंतर्राष्ट्रीय मान्यता –

2016 मे, पूरन को इंडियन प्रमियर लीग मे मुंबई इंडियंस द्वारा साइन कर लिया गया। जो उनके करियर मे एक महत्व पूर्ण दिन बन गया । हालाकी अपने पहिले सीजन मे उन्हे अधिक अवसर नहीं मिले । लेकिन टूर्नामेंट के बाद मे पूरन ने काही विस्फोटक पारियों के साथ अपनी क्षमता का प्रदर्शन किया। आईपीएल मे उनके प्रदर्शन से उन्हे अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिली ओर उन्हे जल्द ही वेस्टइंडीज की सीनियर टीम के लिए पदार्पण किया ।

प्रमुखता की ओर बढ़ाना –

पूरन की सफलता का क्षण आयसीसी क्रिकेट विश्व कप के दोरान आया , जहा उन्होंने वेस्टइंडीज टीम के लिए महत्वपूर्ण भूमिका बजाई। श्रीलंका के खिलाफ उनकी धमाकेदार पारी , जहा उन्होंने 118 रनों की तेज पारी खेली ने अंतर्राष्ट्रीय मंच पर उनके आगमन की घोषणा की । तब से पूरन सभी प्रारूपों मे वेस्टइंडीज की मुख्य आधार रहे है ओर लगातार बल्ले से मैच जीतने वाला प्रदर्शन कर रहे है ।

निकोलस पूरन

खेलने की शैली –

निकोलस पूरन अपनि आक्रामक खेल शैली के लिए जाने जाते है। हो अक्सर शुरू से ही विपक्षी गेंदबाजों पर आक्रमण करते है। आसानिसे बाउंड्री पार करने की उनकी क्षमता उन्हे सिमित ओवरों के प्रारूप मे एक खतरनाक बल्लेबाज बनाती है। इसके अतिरिक्त , पूरन कई बीजली जैसे त्वरित प्रतिक्रिया उन्हे एक असाधारण क्षेत्ररक्षक बन्नाती है , जो मैदान पर खेल बदलने वाले क्षण पैदा करने मे सक्षम है।

चुनौतियाँ ओर वापसी –

किसी भी अन्य क्रिकेटर की तरह , पूरन को भी रास्ते मे काफी चुनौतियाँ का सामना करना पड़ा है । 2015 मे एक गंभीर कार दुर्घटना के कारण उनके करियर के पटरी से उतारने का खतरा पैदा हो गया था । लेकी पूरन ने मजबूती से वापसी करने के लिए जबरदस्त लचीला पन दिखाया।

निकोलस पूरन

मैदान से बाहर योगदान –

मैदान पर अपने कारनामों के अलावा , पूरन कैरेबियाई क्षेत्र मे क्रिकेट को बढ़ावा देने के उद्देश्य से विभिन्न धर्मार्थ पहलों मे भी सक्रिय रूप से शामिल है । वह युवा विकास कार्यक्रमों के प्रमुख समर्थक रहे है। युवा प्रतिभाओं के पोषण ओर उन्हे उत्कृष्टता प्राप्त करने के अवसर प्रदान करने के महत्व पर जोर देते है।

निष्कर्ष –

निकोलस पूरन की त्रिनिनाद की सड़कों से लेकर अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट क्षेत्र तक की यात्रा किसी प्रेरणा से काम नहीं है। खेल के प्रति उनके निडर दृष्टिकोण ओर कभी हार न मानने वाले रवैये ने उन्हे दुनिया भरके प्रशंसकों का चहेता बना दिया है ।

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